एक सामाजिक कार्यकर्ता ने गरीबों के हक के लिए भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में एक इतीहास लिख दिया समाजसेवी ने भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में अपने चार वषाॆ के सघर्ष में बड़े से बड़े अधिकारीगण को झुका दिया है यदि 03/12/2020 को आमरण अनशन हुआ तो इतीहास के पन्नों में लिखा जाएगा और स्वामी सहजानन्द सरस्वती के यादों को ताजा कर दिया महात्मा गांधी बापु के यादों को ताजा कर दिया समाजसेवी ने भारतीय सविधान के तर्ज पर यह जन आन्दोलन शुरू किया है आज तक किसी भी अधिकारीगण समाजसेवी के पत्रो का जबाब नही दे पाया इस भ्रष्टाचार के युग में पाच लाख रूपये मिलने के बाद भी अपना इमान नहीं बेचा समाजसेवी ने सभी जनपद वासियों को भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ने का एक संदेश देने का काम किया आम जनता को भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ने के लिए जागरूक किया है समाजसेवी ने अब तक भ्रष्टाचार के खिलाफ अनेकों बार आमरण अनशन किया है यहा तक कि सरकार को चुनौती देकर 15 अगस्त 2020 को आत्मदाह का एलान किया तो सरकार को झुकने के लिए मजबूर होना पड़ा समाजसेवी का यह भी कहना है कि कोई भी अधिकारीगण हमारे बातों का हमारे कागजात का जबाब दे दे तो हम अपना गृह नगर छोड़ कर संयास ले लुगा समाजसेवी के इस सघर्ष को देखते हुए जिले के तमाम बड़े से बड़े समाजसेवी उनका साथ देने का वादा किए है जैसे में मातृभूमि जखनियां,भारतीय क्षत्रिय महासभा के जिलाध्यक्ष श्री राजकुमार सिंह जी, बजरंग दल के जिलाध्यक्ष श्री वेद प्रकाश पान्डेय जी , भारतीय C P M पार्टी भी साथ देने का वादा की है समाजसेवी के सघर्ष को देखते हुए कुछ सपा के नेता गण भाजपा के कुछ नेता गण भी साथ देने का वादा किए हैं यह भ्रष्टाचार के खिलाफ एक एतिहासिक आमरण अनशन होने जा रहा है एतिहासिक सरजू पान्डेय पार्क गाजीपुर में हम अमित गुप्ता समाजसेवी के जज्बे को सलाम करते हैं हम भी भ्रष्टाचार के खिलाफ इस लड़ाई में समाजसेवी के साथ हु बहुत से हमारे मीडिया भाई भी समाजसेवी के साथ खड़े है यह एक आम जनता के बीच संदेश जाएगा की कोई भी लड़ाई अकेले दम पर भी लड़ी जा सकती
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