By बोधा जायसवाल की रिपोर्ट
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जिला मुख्यालय पर समाजसेवी बैठे अनशन पे!
थाना दुल्लहपुर अंतर्गत ग्राम सभा देवा के ग्राम प्रधान जब्बार अंसारी द्वारा ग्राम सभा में व्यापक भ्रष्टाचार किए जाने की शिकायत का जिला अधिकारी महोदय ने संज्ञान लेते हुए आज दिनांक 9 नवंबर 2020 को समाजसेवी बोधा जायसवाल को पूछताछ के लिए जिला मुख्यालय बुलाया था !
लेकिन जिला अधिकारी महोदय ने बिना पूछताछ किए ही पत्रक लेकर समाजसेवी को चलता कर दिया !
जिससे आहत होकर समाजसेवी बोधा जायसवाल ने न्याय नहीं मिलने तक सरजू पार्क पर अनशन शुरू कर दिया l
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बोधा जायसवाल पिछले कई वर्षों से ग्राम सभा देवा में हो रहे भ्रष्टाचार की शिकायत
थाने से लेकर उच्च अधिकारियों एवं माननीय मुख्यमंत्री जी के दरबार में हाजिरी लगा चुके हैं दिनांक31-8-2019, 7-10-2019 न्याय न मिलने के कारण समाजसेवी
उच्च न्यायालय हाई कोर्ट इलाहाबाद (प्रयागराज)
में जनहित याचिका दायर की
हाई कोर्ट के भी आदेश का पूर्व जिलाधिकारी महोदय
ओम प्रकाश आर्य ने पालन नहीं किया !
जो आदेश आया दिनांक 17-10-2019 पालन ना होने के कारण समाजसेवी ने पूर्व जिला अधिकारी महोदय के ऊपर कोट आप कंटेन किया दिनांक 02 03 2020
उसके बाद भी समाज सेवी सेवी को न्याय नहीं मिला!
25 10 2018 को भ्रष्टाचार की जांच की गई रिपोर्ट 30 06 2020 को प्राप्त हो रही है
वह भी सभी बिंदुओं पर जांच रिपोर्ट 0 दिखाइए जा रही है/ इससे आहत होकर समाज से ही ले 15 अगस्त 2020 को स्वामी सहजानंद मिलन केंद्र देवा के प्रांगण में आत्मदाह करने का आयोजन रखा!
जिले के सभी आला अधिकारी गढ़ का हाथ-पांव फूलने लगा!
डीपीआरओ अनिल सिंह ने आनन-फानन में एक जांच टीम बैठा कर 7 अगस्त 2020 को जांच कराई गई समाजसेवी के द्वारा जो आरोप लगाए गए थे सब सिद्ध हुए डीपीआरओ अनिल सिंह के द्वारा ₹165317 का निर्माण में अनियमितता पाई गई जिसकी रिकवरी का आदेश हुआ!
श्रीमान जिला अधिकारी के द्वारा दिनांक 21 आठ 2020 को ₹165317 की रिकवरी एवंं प्रधान का खाता शीज एवं सस्पेंड करने का आदेश हुआ!
इतना के बावजूद जिला अधिकारी के आदेश का भी पालन नहीं हुआ!
लेकिन दबंग जब्बार अंसारी की पहुंच के चलते अधिकारियों द्वारा शिकायती पत्रों का निस्तारण भ्रामक और फर्जी रिपोर्ट लगाकर किया जाता रहा !
कई बार सामाजिक कार्यकर्ता बोधा जयसवाल के द्वारा भ्रष्टाचार को लेकर आत्मदाह और प्रदर्शन की चेतावनी भी दी है शासन-प्रशासन के ऊपर इसका कोई असर नहीं हुआ !
समाजसेवी बोधा जयसवाल का कहना है कि
ग्राम प्रधान जब्बार अंसारी पर आरोप लगाया है कि प्रधान गलत तरीके से अभिलेख में छेड़छाड़ करके प्रधान बने हैं!
सारी प्रॉपर्टी पिछले 15 साल पहले बेच चुके हैं और पिछले 15 वर्षों से दुल्लहपुर थाना अंतर्गत ग्राम सभा शंकर सिंह दुल्लहपुर में रह रहे हैं वर्तमान में भी जब्बार अंसारी शंकर सिंह दुल्लहपुर में अपने दो बने मकान में रह रहे है इस संबंध में बोधा जयसवाल कई बार तहसील दिवस में शिकायतें 🙌👏🙏🙇🙌👏🙏🙇
प्रार्थना पत्र दे चुके हैं लेकिन जब्बार अंसारी की पहुंच के चलते अधिकारियों ने मोटी रकम लेकर फर्जी और भ्रामक रिपोर्ट लगाकर शिकायतों निस्तारण कर दिया!
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जयसवाल ने बताया कि प्रधान द्वारा नाली चकरोड खड़ंजा आवास और शौचालय में व्यापक भ्रष्टाचार किया गया है!
लेकिन ब्लॉक से लेकर उच्च अधिकारियों तक भ्रष्टाचार के चलते शिकायती पत्र को महीनों लटकाया गया फिर फर्जी रिपोर्ट लगाकर निस्तारण कर दिया गया!
लेकिन सामाजिक कार्यकर्ता जयसवाल ने कभी हार नहीं मानी और भ्रष्टाचार की लड़ाई लड़ते हुए शिकायती पत्र उच्च अधिकारियों तक देते रहे हैं!
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जब जनहित के मामलों में इतना हिला हवाली है तो आम जनता के साथ क्या होता होगा! जनपद गाजीपुुर के एक ऐसे समाजसेवी ने पूरे प्रदेश की आम जनता को जागरूक कर दिया है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ कैसे लड़ाई लड़ा जाता है!
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