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 अब जाकर कोरोना पर लगा लगाम लोगों की जागरूकता को वित्त के नियमों का पालन और स्वास्थ्य टीम को निगरानी के चलते करीब डेढ़ साल बाद बनारस भी कोरोनावायरस से मुक्त हो गया। एक्टिव मरीज की संख्या शून्य होने पर रविवार को वाराणसी को स्वस्थ घोषित कर दिया गया।

इसके बावजूद स्वास्थ्य विभाग में सतर्क है विभाग ने लोगों से अपील की है कि भले ही जिला संक्रमण मुक्त हो गया है लेकिन अभी कोविड-19 प्रोटोकाल का पालन करना जरूरी है।

लगातार 14 दिन तक कोई केस ना मिलने पर ही जिले को पूर्ण रूप से संक्रमण मुक्त माना जाएगा।

फूलपुर का था पहला मरीज बनारस में पिछले वर्ष 21 मार्च को अबू धाबी से आए फूलपुर के रहने वाले युवक में कोरोनावायरस की हुई थी उसके बाद संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती गई कोरोनावायरस लीला हर गंभीर नहीं थी लेकिन दूसरी लहर ने तबाही मचा दी।

दूसरी कम सक्रिय केस दूसरी लहर की रफ्तार कम होने के बाद पिछड़े डेढ़ महीने से काशी में 10 से कम सक्रिय केस था 19 जून के बाद से जिले में कोरोना से कोई मौत नहीं हुई है साढे 3 महीने से जिले में कोरोना से कोई मौत नहीं हुई है पिछले 15 दिन से कोविड-19 हॉस्पिटल खाली था।

दूसरी लहर में मचा दी तबाही बनारस में मई 2020 के बाद कोरोनावायरस नमक हुआ यह रफ्तार दिसंबर तक रही इसी वर्ष जनवरी से सक्रिय केस में कमी आने लगी पहली लहर के 13 महीनों के दौरान 22676 लोग संक्रमित हुए जबकि 457 की मौत हुई थी पहली लहर में औसतन हर रोज 58 लोग संक्रमित हुए और हर रोज एक मरीज की मौत हुई पहली लहर जनवरी के बाद कमजोर पड़ने लगी तो लोग बेफिक्र हो गए नतीजा 1 अप्रैल से दूसरी लहर की शुरुआत हो गई।

दूसरी लहर में 1 अप्रैल से 6 जून के बीच मात्र 66 दिन में 59295 लोग संक्रमित हो गए वही 300 लोगों की मौत हुई दूसरी लहर में प्रतिदिन औसतन 898 लोग संक्रमित हुए जबकि हर रोज 4 लोगों की मौत हुई 6 जून के बाद कोरोनावायरस लोगों ने राहत की सांस ली।

तीसरी  लहर को लेकर स्वास्थ्य विभाग कोरोना तीसरी संभावित लहर से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग तैयारियों में जुटा है विभिन्न अस्पतालों से पीकू और निक्कू वार्ड में करीब 600 पेट तैयार है ग्रामीण क्षेत्रों में सीएचसी पर भी मुकम्मल उपचार की व्यवस्था की जा रही है विभिन्न अस्पतालों के 2,000 से अधिक स्वास्थ्य कर्मियों को प्रशिक्षित किया जा चुका है जिले में पीडियाट्रिक वार्ड विभिन्न अस्पतालों में कुल 850 पेज प्रस्तावित है।

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